कोरोना चल रहा है….!!
हर काम से बचने के लिए
बहाना खूब चल रहा है।
शिक्षा के मंदिर पडें बंद
मयखाना खूब चल रहा है।
खुशियों में मिलने के लिए
यहाँ पाबंद चल रहा है।
मिल सके इलाज इसके लिए
इंसान कतार में चल रहा है।
ऑनलाइन शिक्षा के बहाने
गेम वालों का बिजनेस चल रहा है।
फीस भर भर हो रहे परेशान माँ बाप
किताबों में रख रख के फोन चल रहा है।
बदल गई है साल मगर
न तारीख न महीने का पता चल रहा है।
गुजर रहा है पूरा वक्त सोशल मीडिया पर
न दिन न रात का पता चल रहा है।
बंद पड़ा है विकास का हर एक काम
फिर भी पार्टियों का प्रचार चल रहा है।
बिजली के लिए परेशान हो रहा है किसान
अमीरों के घरों में इनवर्टर चल रहा है।
ना कुछ कहो, ना कुछ सुनो
चुपचाप देखो जो चल रहा है।
सच्चाई के मुँह पर चढ़ालो मास्क
क्योंकि, करोना जो चल रहा है।
पुनम सुलाने, जालना